ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य जो आपको सोचने पर मजबूर क्र देंगे आज मानव सभ्यता बहुत विकसित हो गयी हैँ, पिछले कुछ दशकों से कई बड़ी बड़ी खोजे हुई हैँ और आज भी हो रही हैँ। लेकिन इन सबके बीच अभी भी ऐसी चीज हैँ जो विज्ञान की समझ से दूर हैँ। आज हम बात कर रहे हैँ ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य के बारे में.
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1. डार्क मैटर क्या है ?
ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य – वह चीज जो हम देख सकते है जैसे ग्रह, तारे, क्षुद्रग्रह, आकाशगंगा, ब्रह्माण्ड में मौजूद है वह कुल ब्रह्माण्ड के 5% से भी कम हिस्से में है , वैज्ञानिकों का मानना है कि 27%हिस्सा डार्क मैटर से घिरा हुआ है और इसके साथ ही 68% हिस्सा डार्क एनर्जी से घिरा हुआ है | इन्हीं शो को हम देख नहीं सकते और ना ही समझ पाते हैं , ऐसा वैज्ञानिकों का मानना है और बाकी बचा 5% हिस्सा जो हम देख सकते हैं जो समझ सकते हैं।
वैज्ञानिक इसको ऐसे समझाते हैं कि बिगबैंग घटना के 3,80,000 साल बाद जब हाइड्रोजन एटम्स अपने अस्तित्व में आए तब कोस्मिक माइक्रोवेव्स और थर्मल रेडिएशन के द्वारा ब्रम्हांड में डार्क एनर्जी और डार्क मैटर का जन्म हुआ वैज्ञानिक डार्क मैटर को मकड़ी के जाले की तरह मानते है और कुछ वैज्ञानिक इसको पैरलर यूनिवर्स की तरह मानते है वैज्ञानिक मानते हैं कि हमारे पास इसके बारे में सबूत है लेकिन अभी भी एक रहस्य बना हुआ है कि डार्क मैटर क्या है इसके बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है इसमें वैज्ञानिको की राय भी अलग अलग है |
2. क्या ब्रह्मांड में हमारे अलावा कोई नहीं है ?
यह ब्रह्मांड का दूसरा अनसुलझा रहस्य की हमारे अलावा और कौन रहता है क्युकि हमारी milky way इतनी बड़ी है की हम सोच भी नहीं सकते हमारी milky way में 5,00,00,00,00,000 से भी ज्यादा सितारे और 1,00,00,00,00,000 से ज्यादा आकाशगंगा हैं। लेकिन सवाल यह है की क्या इतने बड़े ब्रह्माण्ड में हम ही हैं या हमारे अलावा और भी कोई रहता है? अगर रहते हैं तो वह लोग कैसे जीवन यापन करते हैँ ब्रह्माण्ड के दूसरे प्लैनेट्स में किस तरह का माहौल है |
3. ब्रह्मांड में जन्म लेने वाला पहला आदमी कौन था ?
ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य
मे तीसरा रहस्य यह हैँ की पहला आदमी कौन था? हमें अपनी उत्पत्ति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक लगभग 13 अरब साल पहले ब्रह्मांड का अस्तित्व हुआ। लेकिन पहला इंसान कौन था वैज्ञानिक अभी भी नहीं खोज पाए हैं, इतिहास में खुदाई से कुछ प्रमाण मिले हैं लेकिन यह साबित नहीं करता है कि पहला इंसान कौन था अभी भी एक रहस्य हैँ |
4. पृथ्वी के अंदर कितनी गहराई है और गहराई में क्या छुपा है ?
ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य में चौथा रहस्य यह है की पृथ्वी के अंदर गहराई में क्या-क्या छिपा हो सकता और गहराई कितनी बड़ी है? अभी तक हम अधिकतम 12KM तक पहुंचने में सफलता प्राप्त हुई हैँ | यह रूस के कोला नामक जगह पर खोजी गई थी पृथ्वी की गहराई में 6370 KM पृथ्वी का रहस्यमयी स्थान। और पृथ्वी का आंतरिक कोर हैँ , वैज्ञानिक इस बात को अभी भी नहीं समझ सके कि इतनी ऊर्जा कैसे पैदा होती है अभी भी वैज्ञानिकों के लिए रहस्यमई है |
5. ब्लैक होल्स
ब्लैक होल्स को अंतरिक्ष का दलदल भी कहा जा सकता है। जब कोई तारा टूट कर खत्म हो जाता है तब ब्लैक होल का निर्माण होता हैँ हमें यह तो पता है कि ब्लैक होल का निर्माण कैसे होता हैँ और कैसे काम करता हैँ परन्तु मिस्ट्री यह है कि अभी तक इसे किसी ने नहीं देखा। वैज्ञानिक इलैक्ट्रोमैग्रेटिक रेडिएशन, लाइट या एक्स रेज की सहायता से अनुमान लगा सकते हैं ,लेकिन असली में यह दिखने में कैसा हैँ यह अभी तक मिस्ट्री हैँ |
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6. हमारी मानवता किस आधार पर है ?
ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य में यह भी सबसे बड़ा सवाल है की क्या हमारा डीएनए (DNA) ही हमारे मानव होने का सबूत है? क्युकी चिम्पांजी बंदर का डीएनए (DNA) मनुष्य के डीएनए (DNA) से 99% मिलता जुलता है तो यहाँ पर सबसे बड़ा सवाल है की क्या हम बन्दर की प्रजाति है हमारे पूर्वज बंदर थे ? वहीं हमारा डीएनए केले का 50 मेल खाता है ! हमारा मस्तिष्क ज्यादातर प्राणियों से बड़ा है, लेकिन इतना बड़ा नहीं है.क्युकी गोरील्ला के न्यूरॉन से तीन गुना न्यूरॉन (86 अरब) है।
मानव के दूसरे जानवरो से अलग साबित करने वाले कुछ गुण जैसे भाषा, उपकरण प्रयोग, काच मे खुद को पहचानना जैसे गुण अब कुछ अन्य जानवरो में भी पाए गये हैं. वैज्ञानिक अनुमान लगाते है हमारे खाना पकाने की कला और अग्नि पर हमारी कुशलता ने शायद हमारे मस्तिष्क को बड़ा होने में मदद की है.लेकिन अभी तक इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा की मानवता का आधार क्या है ?
7. सबसे बड़ा सवाल है की क्या और भी ब्रह्मांड (Glaxy)है या सिर्फ एक ?
ब्रह्माण्ड के कुछ अनसुलझे रहस्य में हमारा ब्रह्मांड (Glaxy) अकल्पनीय ,अविश्वसनीय जगह है. इसके किसी भी गुणों में किसी तरह का बदलाव करने पर हमारा जीवित रहना संभव नहीं है, हालाँकि अब दुनिया भर के वैज्ञानिक मानने लगे है कि एक समांतर ब्रह्मांड (Glaxy)भी होना चाहिये, लेकिन अभी तक वैज्ञानिक यह पता लगाने में असफल है की एक ब्रमांड है या और असंख्य ?अगर असंख्य ब्रह्मांड है तो उनमे में से एक हमारा ब्रह्मांड (Glaxy)है, जिसमें हमारा जीवन का प्रादुर्भाव संभव हो सका है,और अगर असंख्य ब्रह्मांड है तो उनमे जीवन कैसा होता होगा ? वह हमारे ब्रह्मांड से कितने अलग होते होंगे ? ऐसे बहुत सारे सवाल है हमारे मन में है |
8. यह ब्रह्मांड आखिर किस चीज़ से बना है ?
हमारे खगोल वैज्ञानिक (Astronomer)अभी भी ब्रह्मांड के 95% भाग के बारे मे कुछ भी नहीं जान पाए है | हमारे वैज्ञानिक अभी तक इस नतीजे पर ही पहुंच सके हैं कि ब्रह्मांड का 95% भाग रहस्यमय श्याम ऊर्जा और श्याम पदार्थ से बना हुआ है. इस पदार्थ को 1933 मे खोजा गया यह पदार्थ आकाशगंगा और आकाशगंगा समूहों को एक अदृश्य गोंद के रूप मे बांधे रखता है और श्याम ऊर्जा की 1998 मे खोज की गई. यह ब्रह्मांड के विस्तार गति मे त्वरण के लिये उत्तरदायी है, लेकिन वैज्ञानिकों के लिए इसकी वास्तविक पहचान करना अभी भी एक ही रहस्य है।